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Friday, December 1, 2017

ब्रह्म दोष/ब्रह्म राक्षस

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ब्रह्म दोष सबसे ताकतवर होता है, ब्रह्म दोष ब्राह्मण की शक़्क्तिशाली आत्मा होती है, जिसके साथ धोखे हुआ हो या हत्या हुई हो।
जहाँ उपरोक्त दोष होगा, वहाँ बहुत सी परेशानी होती है। ब्रह्म दोष के कारण और पहचान निम्न है:-

1, घर का एक कोना फटा हुआ या तड़का हुआ होगा।
2, घर में पुत्र सन्तान नही होंगी या कोई भी संतान नही होगी।
3, अकाल मृत्यु जाएदा होती है।
4, सुसराल में आपकी पत्नी के सिवाए कोई नही होगा।
5, घर की बेटी की या बेटे की शादी में अड़चन होती रहेगी।
6, घर में विधवा अधिक होंगी।
7, घर का कोई भी विवेक हीन या पागलो की तरह बात करता होगा या घूमता होगा।
8, किसी को सफेद दाग या फूल होगा यह इस दोष की तीसरी या चौथी पीढ़ी होती है।
9, यह दोष व्यक्ति को खाने खाने के लिये मोहताज़ कर देता है।
10, अति तो तब होती है जब आपके खाने में कीड़े पड़ने लगते है।
11, कोई भी कार्य बिना परेशानी के नही होता होगा तो देर से आदि।

दोस्तों इस दोष में विद्वानों के अलग अलग उपाय है। पुराणो में लिखा है कि जब भैरव जी ने ब्रह्मा जी का पांचवे सर काट दिया था, तो उनको भी ब्रह्म हत्या का पाप लगा था और भैरव जी पूरी पृथ्वी पर ब्रह्मा जी का कटा सर लेकर घूमते रहे । आगे आगे भैरव जी उनके पीछे पीछे ब्रह्म दोष। जब भैरव जी काशी पहुचे तब उनको ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्ति मिली। भैरव जी तो शक़्क्तिशाली थे , हम तो निर्मल मनुष्य है।

अगर आपको भी इस प्रकार की परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, तो आप हमसे संपर्क कर सकते है।



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